एक हसीन ख्वाब की मानिंद


एक हसीन ख्वाब की मानिंद

आए तुम मेरे पलकों के आशियाने,

लेकर खूबसूरत दास्ताँ,

सजा दिया मेरी रूह का हर वर्क,

उतरे चाँद बनके मेरे आँगन में,

लेके झिलमिलाते सितारे बेशुमार,

संवरे तेरे लिए सजे तेरे लिए हर रात,

इस यकीन पे के तू मिलेगा सपनो में,

पिरोया है तुझे अपनी साँसों की माला में,

जगमगाती है मुस्कान तेरी यूँ,

गम की काली सी रातों में,

तनहाइयों की चादर अचानक,

बन गई हो मखमली जैसे,

बन जा अब इस ख्वाब की ताबीर तू,

ले ले अपनी पनाहों में ए सनम मेरे,

के तुझमे पिघल जाए मेरी नस नस में ,

समां जाए तेरी साँसे मेरी हर धड़कन में,

बन जाए तू मेरी जिंदगी का हमसफ़र,

तो कर लें गुज़र हम सफर-ऐ-जिंदगी

मेरे सनम, इस हसीं ख्वाब के सहारे...

contributed by, Abhishek K. Mishra

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