न दिखाओ चलते-चलते

न दिखाओ चलते-चलते, यूँ कदम-कदम पर "शोख़ी",
कोई "क़त्ल" हो रहा है, सर-ए-आम चुपके-चुपके,
ये जो "हिचकियाँ'" मुसलसल, मुझे आ रही है "आलम",
कोई ले रहा है, शायद मेरा नाम चुपके-चुपके ।।

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