अभी अभी तो आए हो

अभी अभी तो आए हो
अभी जाने की बात न करो
बैठो कुछ देर यू ही
प्यार की पनाह में
कुछ मेरी सुनो कुछ अपनी कहो...

देखने दो कुछ देर और
ख्वाब अपनी मिलन के
की दिल छाहे टूट कर बिखरना
बाहों में अपनी सनम के
बिखरते मेरे अरमानो को
अपनी मोहब्बत में समेटो...

दिल दरिया बन बहता जाता है
प्यार का सागर उमड़ता जाता है
बैठो कुछ देर और की दिल
जार जार होता है
पहले बहकी बहकी सी इन साँसों को
अपने प्यार की खुसबू से महका दो...

खुबसूरत इन नजरों को
आंखों में बसा लूँ जरा
इन चमकते सितारों से
मांग अपनी भर लूँ जरा
उतर लूँ चांदनी पहले
अपने दिल के आसियाने में
की भर लूँ दामन तुम्हारी
चाहत की बहारों से जरा
आओ पहले मेरी ज़िन्दगी को
ज़िन्दगी बना दो...
अभी अभी तो आए हो
अभी जाने की बात न करो...
contributed by Abhishek

Translate This Blog